चतुर्मास के बाद मांगलिक कार्यक्रम के योग

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चतुर्मास के बाद मांगलिक कार्यक्रम के योग

 

 

चार माह के लंबे अंतराल के बाद २० नवंबर २०२२ से पुनः मांगलिक एवं वैवाहिक कार्यक्रम का सिलसिला शुरू हो गया है। इस बार शुक्र तारा के अस्त हो जाने के कारण वैवाहिक जैसे अन्य मांगलिक कार्यक्रम देर से शुरू हुए, शुक्र तारा २० नवंबर को उदित हुआ तत्पश्चात वैवाहिक शुभ मुहूर्त शुरू हो गए।

इस कारण नवंबर के महीने में शादी के मुहूर्त कम ही रहेंगे और १४ दिसंबर तक कुछ चुनिंदा मुहूर्त के बाद पुनः 1 महीने तक खरमास के कारण विवाह आदि कार्यक्रमों पर विराम लग जाएगा। १५ दिसंबर २०२२ से १७ जनवरी २०२३ तक शादियां एवं अन्य मांगलिक कार्यक्रम होने पर पाबंदी रहेगी।

ज्योतिषीय गणना के अनुसार जब सूर्य धनु राशि में होता है, तो विवाह आदि मांगलिक कार्य पर प्रतिबंध लग जाता है । जब सूर्य पुनः मकर राशि में प्रवेश करता है तो मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं।

*मिथिला* *एवं* *दरभंगा* *विश्वविद्दयालय* *के* *अनुसार* *वैवाहिक मुहूर्त* *।*

नवंबर-२०, २१,२४,२५,२७,२८,३०

दिसंबर-४, ५,७,८,९,१४

*२०२३* *मे विवाह के मुहूर्त*

जनवरी- १८,१९,२२,२३,२५,२७,२८,३०

फरवरी -१,६,८,१०, १५,१६,१७,२२,२४,२७

मार्च -१, ६,८,९,१३

मई- १,३,७,११,१२,१७,२१,२२,२६,२९,३१

                                        – पं० संदीप जी 

 


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