विवाह पंचमी

पुराणों व रामायण ग्रंथ के अनुसार मार्गशीर्ष माह की शुक्‍लपक्ष की पंचमी का भगवान श्री राम और माता सीता का स्‍वयंवर हुआ था। जिसके कारण आज लोग अपने वैवाहिक जीवन में हो रही अनेक बाधाओ को दूर करने के लिए तथा मनचाहा वर व वधु पाने के लिए विवाह पंचमी Read more…

चतुर्मास के बाद मांगलिक कार्यक्रम के योग

चतुर्मास के बाद मांगलिक कार्यक्रम के योग     चार माह के लंबे अंतराल के बाद २० नवंबर २०२२ से पुनः मांगलिक एवं वैवाहिक कार्यक्रम का सिलसिला शुरू हो गया है। इस बार शुक्र तारा के अस्त हो जाने के कारण वैवाहिक जैसे अन्य मांगलिक कार्यक्रम देर से शुरू हुए, Read more…

Important Days & Dates

List of Important Days & Dates (National & International) Here is the list of important Days & Dates which everyone should know about. Day Events January 4th Jan – International World Braille Day 6th Jan – World Day -War Orphan day     9th Jan – NRI Day 10th Jan – Read more…

मकर संक्रांति भारतीय राज्य के साथ देश विदेश में ? makarsakranti bhartiya rajyo ke sath desh videsh me / Makar Sankranti Wishes 2022

मकरसंक्रांति एक महान पर्व जो अंधकार से प्रकाश की और जाने का द्योतक है। यह देवताओं के लिए भी शुभ काल माना जाता है। यहीं से दिन बड़ा और रातें छोटी होने लगती हैं। जिसके परिणाम स्वरुप सारे प्राणी जगत की चेतना और शारीरिक क्षमता का भी विस्तार होता है। Read more…

मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त ,क्या दान एवं उपाय करें और क्या न करें ?

मकर संक्रांति का पर्व 14  जनवरी को मनाने की मान्यता रही है। पुण्य काल का शुभ मुहूर्त 14 जनवरी 2022 को सुबह 07:15 मिनट से शुरू होकर शाम को 05:44  मिनट तक रहेगा। इस साल तिथि को लेकर भेद है। १४ और १५ जनवरी दोनों दिन पुण्यकाल का योग बन Read more…

National Youth Day

National Youth Day, also known as Vivekananda Jayanti, is celebrated on 12 January, being the birthday of Swami Vivekananda. In 1984 the Government of India declared this day as National Youth Day and since 1985 the event is celebrated in India every year. The circular stated: “it was felt that the Read more…

सन्नाटे का छंद / है, अभी कुछ और जो कहा नहीं गया

है, अभी कुछ और जो कहा नहीं गया। उठी एक किरण, धायी, क्षितिज को नाप गयी, सुख की स्मिति कसक-भरी, निर्धन की नैन-कोरों में काँप गयी, बच्चे ने किलक भरी, माँ की वह नस-नस में व्याप गयी। अधूरी हो, पर सहज थी अनुभूति : मेरी लाज मुझे साज बन ढाँप Read more…