मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त ,क्या दान एवं उपाय करें और क्या न करें ?

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मकर संक्रांति का पर्व 14  जनवरी को मनाने की मान्यता रही है। पुण्य काल का शुभ मुहूर्त 14 जनवरी 2022 को सुबह 07:15 मिनट से शुरू होकर शाम को 05:44  मिनट तक रहेगा।

इस साल तिथि को लेकर भेद है। १४ और १५ जनवरी दोनों दिन पुण्यकाल का योग बन रहा है | ज्योतिर्विद के अनुसार इस बार भी १४ जनवरी को मानना ज्यादा श्रेयस्कर है।

 

  • मकर संक्रांति 2022 का शुभ मुहूर्त :
    मकर संक्रांति का पुण्यकाल मुहुर्त सूर्य के संक्रांति समय से सोलह घटी पहले और सोलह घटी बाद का काल होता है। इस साल का पुण्य काल 14 जनवरी को सुबह 07:15 मिनट से शुरू होकर शाम को 05:44  मिनट तक रहेगा।
    विद्वानों के अनुसार इस साल 14 और 15 जनवरी दोनों दिन पुण्यकाल, स्नान और दान का मुहुर्त बन रहा है। वैसे उत्तम तिथि १४ जनवरी ही ही होगी।

बनारस के पंचांग में सायंकाल का मुहूर्त बताया गया है और दिल्ली के पंचांग में दोपहर का समय। उत्तरायण काल में संक्रांति का शुभ मुहुर्त शुक्रवार को दोपहर 02:43 मिनट से लेकर 04:45 मिनट तक रहेगा। सूर्य की राशि परिवर्तन के भेद चलते ही संक्रांति को लेकर भी दो मत हैं। कोलकाता के पंचांग के अनुसार सूर्य का मकर राशि में जाना 14 जनवरी को 02:30 मिनट पर होगा। वाराणसी, उज्जैन , तिरुपति और पूरी के पंचांग के मुताबिक संक्रांति का समय 14 जनवरी की रात 8:00 बजे के करीब होगा। सूर्यास्त के बाद सूर्य का मकर राशि में जाने से संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाई जाएगी।
ज्योतिष ने लोगों को अपने निवास स्थान और पंचांग के आधार पर मकर संक्रांति मनाने का सुझाव दिया गया है।

  • मकरसंक्राति 2022 गंगा स्नान मुहूर्त : मकरसंक्राति 2022 में गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह ८ बजकर ५ मिनट से सूर्यास्त के पूर्व तक रहेगा।

 

मकरसंक्राति में इस बार खास क्या ?
संक्रांति देवी बाघ की सवारी पर आ रही हैं। देवी पीले वस्त्र में दक्षिण दिशा की ओर जायेंगी। जिससे सभी बाधाओं का नाश होगा ओर शत्रु पराजित होंगे। १४ जनवरी को शुक्रवार दिन होने से लक्ष्मी माँ की विशेष कृपा बरसेगी। अगर किसी कारणवश आप गंगा या किसी ओर नदी में स्नान न कर पाएं तो पानी में गंगाजल, तिल ओर थोड़ा सा गुड़ मिलाकर स्नान कर लें।

 

  • इस साल मकर संक्रांति में क्या दान करें ?
    * दान का शुभ समय 07:05 से सूर्यास्त के पूर्व तक रहेगा। मकर  संक्रांति  में दान का बहुत महत्तव है | इस दिन को शुभ और सफल बनाने के लिए हमें दान और कुछ उपाय करने चाहिए।
    * सूर्य भगवान की पूजा करके तिल के साथ अर्घ्य दें इससे विशेष कृपा प्राप्त होगी।
    * संक्रांति के दिन तिल का दान तो करना ही चाहिए साथ ही तिल के तेल से मालिश या तिल का उबटन लगाने से रूप और मान सम्मान में वृद्धि होती है।
    * इस दिन तिल का दान अवश्य करें। तिल का व्यंजन खाना भी शुभकारी होता है।
    * अपने बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें। सूर्य देवता इससे अपना आशीर्वाद बनाये रखते हैं।
    * गौ सेवा और गरीबों को दान दें।

 

मकर संक्रांति में क्या नहीं करें ?                                                                                                    * कभी भी संक्रांति की रात में स्नान और दान नहीं करना चाहिए।
* बिना नहाये कुछ भी न खाएं।
* वाणी पर संयम रखें और किसी को भी खाली हाथ न जाने दें।
* पुण्यकाल में मंजन न करें।
* महिलाओं को इस दिन अपने बाल नहीं धोने चाहिए।
* किसी भी पेड़ पौधों को नहीं काटें और न ही छटाई करें, अशुभ माना जाता है।
*किसी भी प्रकार के नशे के सेवन से बचना चाहिए।
* सूर्यदेव की विशेष कृपा के लिए सूरज ढलने के बाद भोजन न करें।
* गौपालन करते हैं तो इस दिन खुद के लिए दूध न निकालें तो अच्छा होगा।

 

  • मकर संक्रांति में क्या खाना चाहिए ?                                                                                        मकर संक्रांति में स्नान और दान पुण्य करके तिल का लड्डू ,तिलकुट और दही चूरा खाने की विशेष परम्परा है |

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