जो थोड़े जिंदा हैं उन्हें जी लेने दो

बड़ी मुश्किल से मिलती है यहाँ खुशियाँ,जो जैसे खुश होते हैं हो लेने दो।जीते जी ही मरने लगे हैं लोग यहाँ,जो थोड़े जिंदा हैं उन्हें जी लेने दो।   क्या करोगे इस भेड़िये समाज का ,इनके उसूलों आदर्श का।वक़्त पर न जाने गुम हो जाते कहाँ,अरे ,गिरतो को थामने का Read more…